इंसानों के झूठे रिश्ते।
कभी कभी एक इंसान,किसी दूसरे इंसान के कारण कितना लाचार और मजबूर हो जाता है न...😭😭
एक वास्तविक घटना आज जो मैं आप सब से शेयर कर रहा हूँ....दिल द्रवित हो उठा है मेरा...मैं एक अनजान शख्स के लिए रोये जा रहा हूँ, सोच रहा हूँ आज मैं इतना बुरा महसूस कर रहा हूँ तो जिसने इस घटना को जिया है उसका क्या?
कुछ दिन पहले की बात है एक अनजान शख्स ने मुझे इंस्टा पर फॉलो करा....उसने बताया कि उसे मेरी पोस्ट काफी मोटीवेट करती है....मेरा लेखन उसे बहुत पसंद आता है...मैंने उसे धन्यवाद दिया।
एक दो दिन तक हमारी बात हुई... फिर इसने अपनी कुछ समस्या मुझसे डिस्कस की। और अनुरोध किया कि मैं उसे सुनु...ताकि वह हल्का महसूस कर सके।
मुझे लगा कि वह बुरी तरह टूट चुका है,हताश है ज़िन्दगी से,किसी इंसान ने अपनी इंसानियत भूल कर जानवरों से सुलूक करा है उसके साथ।
मैं उससे फ़ोन पर बात करना ज्यादा अच्छा समझा, मैंने उसे अपना नंबर दिया और कॉल करने को बोला।
उससे बात करते वक़्त मैं शायद उससे ज्यादा रो रहा था,था तो मैं अजनबी...लेकिन उसके दुःखों से शायद एक अपनापन सा महसूस हो रहा था।
अपनी तमाम व्यस्तता के बावजूद मैंने भरपूर कोशिश की उसे यह बताने के लिए की इस दुनियां में काफी कुछ और काफी लोग है जिनसे प्रेरित होकर,किसी और के लिए न सही अपने लिए जिया जा सकता है।
आप अपने जीवन का आधार उसे क्यों बनाये जिसने आपकी कद्र ही नहीं कि।
लेकिन शायद मेरी कोशिश असफल हो गयी....मैं उस दुनियाँ से हारा, टूटा हुआ उस जिंदा लाश में उम्मीद और भरोसे का बीज न बो सका।
हमारी चार पांच दिन की दोस्ती में उसने मेरे दील में उथल पुथल मचा दिया। कई सवाल उसने पीछे छोड़े... जिसे मैं दुनियाँ से पूछना चाहता हूँ....
आखिर क्या मिलता है आपको किसी इंसान का भरोसा तोड़ कर?
क्या सच में इस कलयुग में सच्चे रिश्ते,प्रेम,अपनापन जैसे शब्दों का कोई मोल नहीं?
क्या रिश्ते बनाने और तोड़ने इतने आसान हो गए है कि आपने दिल से सोचना ही छोड़ दिया?
इंसानों के भेष में जानवरों सा व्यव्हार क्यों? कि आपका एक गलत कदम किसी इंसान का जान ले ले।
और क्या लगता है आपको किसी एक इंसान के खून पर खड़े होकर आपको कोई दूसरा सच्चा रिश्ता मिल जाएगा?
और कई अनेकों सवाल....जिनका उत्तर देते वक्त कांप जाएंगे अगर आपमें थोड़ी भी इंसानियत बची होगी तो।
सोचिएगा जरूर इस बारे में....अपने दिल से,ईमानदारी पूर्वक।
की किसी एक सही चीज के त्याग के बाद आखिर आपको मिला क्या....
ग़मगीन हूँ... ज्यादा लिखने की हिम्मत नहीं है अब।
सॉरी दोस्त....कोशिश करूंगा यह दिन अब दुबारा न देखूं कभी।😭😭
और आप सब से निवेदन करूंगा....आपका जीवन अनमोल है....यह बात हमेशा याद रखें।
साथियों आप इतने आम नहीं है कि सिर्फ इस वजह से आप कोई गलत कदम उठा ले,की आपका सुनने वाला कोई नहीं।
मैं वो कंधा भी बन सकता हूँ जहां आप अपने सिर रखकर सुकून से अपने समस्या कहते हुए रो सकते है।
मै आपके दुःखों में आपके साथ रहकर आपका अनमोल स्नेह,अपनापन महसूस करना चाहूंगा। आपमें से कोई भी मुझे जब चाहे तब टेक्स्ट कर सकते हैं।
याद रखिये,आपके किसी कदम से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता....इश्लिये सबको खुश रखने की कोशिश छोड़े, जो आपके है वो आपके हर स्थिति में आपके साथ रहेंगे ही।
जानता हूँ आसान नहीं अपना व्यवहार बदलना....लेकिन दुनियाँ के अनुसार न बदलना भी समझदारी नहीं।
क्षमा करना इंसानों....🙏😭
पर आपने आज रुलाया है,तुम भी रोयोगे लेकिन तब वक़्त बहुत आगे चला गया होगा।
वक़्त रहते समझ जाओ,सम्भल जाओ।
हम प्रेम को पृथ्वी से बड़ा साबित करना चाहते है,आओ न कुछ कदम साथ चलते है,अच्छा लगेगा😭🙏🙏
- रजनी ।
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